जब आजाद भारत के नवनिर्माण के लिए विदेशी मॉडल को अपनाने पर जोर दिया जा रहा था तब पंडित जी ही थे जिन्होंने भारत की राष्ट्रनीति, अर्थनीति व समाजनीति भारत की जड़ों से जुड़ी हो ये मंत्र देकर एकात्म मानववाद व अंत्योदय के सिद्धांत के जरिए भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की नींव रखी थी।समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को मुख्यधारा में लाने के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले हमारे प्रेरणास्रोत पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।पंडित जी के सिद्धांत, दर्शन व विचार हर देशवासी को प्रतिपल राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित कर नई ऊर्जा देते रहेंगे। by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,,
जब आजाद भारत के नवनिर्माण के लिए विदेशी मॉडल को अपनाने पर जोर दिया जा रहा था तब पंडित जी ही थे जिन्होंने भारत की राष्ट्रनीति, अर्थनीति व समाजनीति भारत की जड़ों से जुड़ी हो ये मंत्र देकर एकात्म मानववाद व अंत्योदय के सिद्धांत के जरिए भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की नींव रखी थी।
समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को मुख्यधारा में लाने के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले हमारे प्रेरणास्रोत पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।
पंडित जी के सिद्धांत, दर्शन व विचार हर देशवासी को प्रतिपल राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित कर नई ऊर्जा देते रहेंगे।
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