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, #माननीय #प्रधानमंत्री श्री #Narendra_Modi 10 #दिसंबर को संसद के नए भवन का भूमि पूजन करेंगे। इसका निर्माण कार्य #अक्टूबर 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। देश की आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर #संसद का सत्र नए भवन में आहूत किया जाएगा। 970 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले चार मंजिल के #NewParliament का कुल निर्मित क्षेत्र लगभग 64,500 वर्ग मीटर है। यह #वर्तमान भवन से 17,000 वर्ग मीटर अधिक है। #NewParliament।। #ॐ_का_ध्यान ।।#Vnita.ॐ का ध्यान साधकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है ।यह अपने आप में पूर्ण है ।इसके अंतहीन और अनंत लाभ हैं, जिनका कुछ शब्दों में वर्णन करना संभव नहीं है,इसके ऊपर #वैज्ञानिकों द्वारा अनेकों प्रयोग भी किए गए हैं।ॐ का ध्यान वैज्ञानिक विधियों के द्वारा और उनका शरीर पर क्या और कैसे प्रभाव पड़ता है। यह समझ कर यदि भली भांति ध्यान किया जाए,तो उसके जो परिणाम होंगे वह आश्चर्यचकित करने वाले हो सकते हैं ,इसमें संदेह नहीं किया जा सकता ।ऐसा कहा जाता है, "सब मंत्रों का मंत्रराज ॐकार है ।" ॐकार के द्वारा ही वेदों की रचना हुई है, अतः इसको भी यदि सत्य माने तो ॐ के महत्व का अंत ही नहीं होगा क्यों कि वह अंतहीन ही है ।।। ध्यान कैसे करें ।।( 1 ) सबसे पहले कैलेंडर में अपना कार्यक्रम लिख लें , जैसे-जैसे प्रतिदिन 1-1 ध्यान संपन्न हो वैसे - वैसे, 1-1 दिन को चिन्हित करते जाएं ।( 2 ) ध्यान से के लिए स्थान का निर्धारण कर लें और नियमित रूप से उसी स्थान पर ध्यान करने बैठें ।( 3 ) ध्यान का समय निर्धारित कर लें और ठीक उसी समय पर ध्यान करें ।( 4 ) बैठने के आसन का चुनाव करें उसी आसन पर बैठें , उस आसन पर कोई अन्य कार्य न करें और कोई अन्य व्यक्ति उस का प्रयोग न करें ।( 5 ) ध्यान की समय सीमा का निर्धारण करें और ध्यान करने से पहले यह सोच लें की मुझे इतनी देर तक ही ध्यान करना है । ध्यान की समय सीमा का निर्धारण करना अति आवश्यक है ।( 6 ) ॐ के ध्यान से पहले 5 या 7 बार दीर्घ श्वास का प्रयोग करें यह धीरे - धीरे करें , यह महत्वपूर्ण है ।।। ॐ का ध्यान ।।( 1 ) ओम का ध्यान करने से मन की एकाग्रता बढ़ने लगती है और मन शांत होने लगता है ।( 2 ) ॐ के ध्यान का प्रभाव शरीर पर भी पड़ता है । शारीरिक गतिविधियां सामान्य होने लगती जिसके फलस्वरुप शरीर की अनेक सामान्य समस्याएं समाहित होती जाती है ( 3 ) #शरीर के क्रियाकलाप व्यवस्थित होते जाते हैं और कुछ लोगों की सिगरेट शराब की आदतें भी छूटने लगती है ।( 4 ) कुछ लोगों के बोल- चाल और व्यवहार में भी परिवर्तन होने लगते हैं ।( 5 ) इस का सबसे बड़ा #लाभ यह है , कि ॐ के ध्यान के नियमित अभ्यास से शारीरिक जड़ता का नाश होने लगता है और साधकों का मन ध्यान में रमने लगता है , और वे लंबे समय तक ध्यान कर पाने में सक्षम बनते हैं ।1 #सर्वप्रथम आसन का चुनाव करें #सुखासन अथवा पद्मासन में बैठ जाएं 2 कमर और पीठ को और गर्दन को सीधा रखें ,सिर को हल्का सा करीब 10 - 15 डिग्री आगे की ओर झुका लें । #सर्वप्रथम दीर्घ #श्वास #प्राणायाम का अभ्यास करें । श्वास को धीरे-धीरे ले ले और धीरे-धीरे छोड़ें ।ऐसा करने के बाद ॐ के ध्यान का आरम्भ करें ।आपको 1 माह तक तक इस विधि का अभ्यास करना है।यह अभ्यास आरंभ में 5 या 10 मिनट से आरंभ करें ।उसके बाद 15 या 20 मिनट तक इस अभ्यास को बढ़ाएं #समाजसेवी_वनिता_कासनियां_पंजाब 🌷🙏🙏🌷ऐसा करने से आपको अपने भीतर ऊर्जा और शक्ति का अनुभव होना आरंभ हो जाएगा ।यह ओम के #ध्यान का सामान्य लाभ हैं । जिसे अनेक लोगों ने देखा भी है और अनुभव भी किया है ।,

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baluwana news punjab update,*,Shri Guru Granth Sahib has been ruined in the marriage of Punjab Chief Minister Bhagwant Mann. Sri Guru Granth outside his official residence at the time of marriage ceremony

बलुवाना न्यूज पंजाब अपडेट,*  ********************* *पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की शादी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेदअबी हुई है। शादी समारोह के समय उनके सरकारी निवास के बाहर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की गाड़ी को रोका जाता है और उसकी चेकिंग की जाती है। इससे गुरुओं की मान-मर्यादा को ठेस पहुंची है। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इसकी लिखित शिकायत श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से भी की है। उन्होंने सीएम भगवंत मान और अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।*

#बेटी - बेची जा रही हैएक फटे #दुपट्टे में, वो सिमटती जा रही है।फैशन नहीं है साहेब, बेबसी छुपा रही है।मालूम है उसे,क्या है उसके #इज़्ज़त की कीमत,पैसों की झंकार की ख़ातिर, बेची जा रही है।#बाल_वनिता_महिला_आश्रम_संस्था संगरिया की #अध्यक्ष #वनिता #कासनियां #पंजाबसिसकियाँ लबों पर, खौफ़ है उसकी #आँखों में,न जाने किस वहशत के आगे,उतारी जा रही है।तलाश रही है निगाहें, एक #उम्मीद की तरफ,ये कैसी मौत है, ज़िंदा लाश सजाई जा रही है।मुक़द्दर की लकीरों ने, खींची है ग़रीबी जब से,हर #दौलतवालों की, रखैल बताई जा रही है।तमाशा बन जायेगा एक दिन, ज़रा मरने तो दो,हर दिन अख़बार में, यही सुर्खियाँ आ रही है।ऐ शीशे के #महलवालों, परदे ज़रा ढ़क लिया करो,आईने में, एक #तस्वीर तुम्हारी भी नज़र आ रही है।#बाल_वनिता_महिला_आश्रम #संगरिया की #टीम#बे_सहारा #दिलों की #धड़कन #गरीबों के #मसीहा #किसानों के #किसान 72 #कोम को #साथ में लेकर चलने वाले #सच्चे और #ईमानदार हर #इंसान की #हेल्प करने वाले #बाल #वनिता #महिला #आश्रम की #संस्था#Vnita🙏🙏🎉#विधायक #मोदीराज #बीजेपी #कांग्रेस #गुरदीप #सिंह #सहयोग#गुरदीप #किसान#कांग्रेस #वनिता

#बेटी - बेची जा रही है एक फटे #दुपट्टे में, वो सिमटती जा रही है। फैशन नहीं है साहेब, बेबसी छुपा रही है। मालूम है उसे,क्या है उसके #इज़्ज़त की कीमत, पैसों की झंकार की ख़ातिर, बेची जा रही है। #बाल_वनिता_महिला_आश्रम_संस्था संगरिया की #अध्यक्ष #वनिता #कासनियां #पंजाब सिसकियाँ लबों पर, खौफ़ है उसकी #आँखों में, न जाने किस वहशत के आगे,उतारी जा रही है। तलाश रही है निगाहें, एक #उम्मीद की तरफ, ये कैसी मौत है, ज़िंदा लाश सजाई जा रही है। मुक़द्दर की लकीरों ने, खींची है ग़रीबी जब से, हर #दौलतवालों की, रखैल बताई जा रही है। तमाशा बन जायेगा एक दिन, ज़रा मरने तो दो, हर दिन अख़बार में, यही सुर्खियाँ आ रही है। ऐ शीशे के #महलवालों, परदे ज़रा ढ़क लिया करो, आईने में, एक #तस्वीर तुम्हारी भी नज़र आ रही है। #बाल_वनिता_महिला_आश्रम  #संगरिया  की #टीम #बे_सहारा #दिलों की #धड़कन #गरीबों के #मसीहा #किसानों के #किसान 72 #कोम को #साथ में लेकर चलने वाले #सच्चे और #ईमानदार हर #इंसान की #हेल्प करने वाले #बाल #वनिता #महिला #आश्रम की #संस्था #Vnita🙏🙏🎉 #विधायक  #मोदीराज  #बीजेपी  #कांग्रेस  #गुरदीप #सिंह  #सहयोग #गुरदीप  #किसान #का

भारत के प्रधानमंत्री और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब// 🌹🌹🙏🙏🌹🌹🇮🇳✍️बाल वनिता महिला आश्रम,

नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब//          🌹🌹🙏🙏🌹🌹🇮🇳✍️ किसी अन्य भाषा में पढ़ें ध्यान रखें संपादित करें नरेन्द्र दामोदरदास मोदी [a]  ( उच्चारण   सहायता · सूचना ,  गुजराती :  નરેંદ્ર દામોદરદાસ મોદી ;  जन्म : 17 सितम्बर 1950) 26 मई 2014 से अब तक लगातार दूसरी बार वे  भारत  के  प्रधानमन्त्री  बने हैं तथा  वाराणसी  से लोकसभा सांसद भी चुने गये हैं। [2] [3]  वे भारत के प्रधानमन्त्री पद पर आसीन होने वाले स्वतंत्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। इससे पहले वे 7 अक्तूबर 2001 से 22 मई 2014 तक  गुजरात  के  मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मोदी  भारतीय जनता पार्टी  (भाजपा) एवं  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  (आरएसएस) के सदस्य हैं। [4] नरेन्द्र मोदी भारत के 15वें प्रधानमन्त्री पदस्थ कार्यालय ग्रहण  26 मई 2014 राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राम नाथ कोविन्द पूर्वा धिकारी मनमोहन सिंह सांसद, लोकसभा पदस्थ कार्यालय ग्रहण  16 मई 2014 पूर्वा धिकारी मुरली मनोहर जोशी चुनाव-क्षेत्र वाराणसी गुजरात के १४वें मुख्यमन्त्री पद बहाल 7 अक्टूबर 2001 – 22 मई 2014 रा