Army planes flew for hours to bring 95 containers to international areas. He said that the Indian Air Force helped carry 793.1 metric tons of oxygen from abroad, while 204.5 m
अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्रों में सेना के विमानों ने 95 कंटेनरों को लाने के लिए घंटों उड़ान भरी है. उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने विदेशों से 793.1 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ले जाने में मदद की, जबकि 204.5 मीट्रिक टन अन्य राहत सामग्री भी लाई गई.
By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब
ऑक्सीजन लेने विदेश पहुंच रहे एयरफोर्स के विमान
भारतीय वायु सेना 21 अप्रैल से देश के अंदर और बाहर दोनों जगह ऑक्सीजन के प्रसार में लगी हुई है और इन ऑपरेशनों के लिए विशेष टीमों और कर्मचारियों को बनाया है, जिन्होंने अपने कर्मियों को किसी भी संक्रमण से बचने के लिए बायोसेक्योर बबल (Biosecure Bubbles) बनाया गया है.
वायु सेना उत्तरी क्षेत्रों में भी अपना अभियान नहीं छोड़ रही है, जहां पिछले साल से भारतीय और चीनी सैनिकों को गतिरोध में तैनात किया गया है और ग्रीष्मकालीन तैनाती शुरू हो गई है, जिसका अर्थ है कि आगे के स्थानों पर दोनों ओर से बड़ी संख्या में सैनिकों की उपस्थिति हो सकती है.भारतीय वायु सेना मेडिकल ऑक्सीजन (Medical oxygen) और कोरोना राहत कार्यों के परिवहन में गहनता से लगी हुई है. सेना ने अपने परिवहन विमान और हेलीकॉप्टरों की 732 से अधिक छंटनी की है, जिससे 498 ऑक्सीजन टैंकरों को भारत लाया जा सकेगा. वहीं, देश को महामारी से लड़ने में कई देश मदद करने में लगे हुए हैं.
वायु सेना ने इस मेगा ऑपरेशन के लिए 42 परिवहन विमान तैनात किए हैं, जिनमें छह प्रत्येक C-17 और Ilyushin-76 परिवहन विमान और 30 मध्यम लिफ्ट C-130Js और AN-32 विमान शामिल हैं. भारतीय वायु सेना के प्रवक्ता ने बताया कि उनके पायलटों ने 939 घंटों में से 634 घंटे उड़ान भरी, जिससे 403 ऑक्सीजन कंटेनर, जो 163.3 मीट्रिक टन अन्य उपकरणों के साथ 6856.2 मीट्रिक टन (मीट्रिक टन) ऑक्सीजन लाए.
भारतीय वायु सेना (IAF) ने जर्मनी, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और सिंगापुर सहित नौ से अधिक देशों में भी ऑक्सीजन कंटेनर और अन्य राहत सामग्री लेने के लिए उड़ान भरी.
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