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ज्ञानवापी में मिला दूसरा शिवलिंग क्या अब वो इसे भी फव्वारा कहेंगे ?हंगामा_है_क्यों_बरपा......By वनिता कासनियां पंजाब::राम मंदिर निर्माण जब कोर्ट में अटका था.... साहब हर तीसरे दिन एक बकचोई होती थी "मंदिर वहीं बनाएंगे तारीख़ नहीं बताएँगे"लो भाई तारीख़ भी बताई..... निर्माण भी ठप्पे से हो रहा है.... जल्द भव्य और दिव्य राम मंदिर भी तैयार हो जायेगा....जब ये हुआ बकैती की शब्दावली बदल गयी "क्या मंदिर बनने से रोजगार मिलेगा..... बच्चों की नौकरी का क्या.... पेट्रोल का क्या ब्ला ब्ला.....क्या मंदिर न बने तो पेट्रोल के फवारे फुट पड़ेंगे...?रोजगार...... अकेला राम मंदिर खुद में हज़ारों रोजगार जनरेट करेगा...ठीक उतने ही जितने आगरा में ताज़ या दिल्ली में लालकोट के गिनाये जाते रहे हैं.....कुल जमा ये बेतुके कुतर्क भर होते हैं खुद की कुंठा को जाहिर करते है सेक्युलर और पूरी दीनी जमात ने देश की इससे ज्यादा बेवजह फिक्र कभी न की..... डेढ़ दर्जन औलाद जनने वाले भी मंहगाई बेरोजगारी पर ज्ञान चो& रहे हैं....अभी दर्द की नई लहर उठी है..... ज्ञानवापी की असलियत बाहर आने से... फिर मखमली झूंठ का बाजार सज़ रहा है..... अब पहले जैसा दंगा तो कम से कम UP में कर नहीं सकते पता है खाल में भुस भर दिया जायेगा..... तो बकचोई ही सही...मेरा उत्तर बड़ा सीधा है खैर मनाइये के बेहद छोटा हिस्सा सनातन धार्मियों का इस सब को लेकर जाग्रत है और महज इतिहास की गलतियों इतिहास के दागों को ख़त्म भर करना चाहता है.....कल्पना करिये के वर्ग थोड़ा और बड़ा हुआ और इसने प्रतिरोध की जगह कहीं प्रतिशोध के लिए कमर कस ली.....इतिहास भरा पड़ा है हमारे ऊपर हुए जुल्मों से..... #तैमूरों_की_कत्लोगारत से लेकर मोपला और नोआखाली तक...... अगर कहीं आग भड़क उठीप्रयागराज में गंगा में तीन की जगह चार धाराओं का संगम होगा और गंगासागर तक सालों गंगा लाल रंग लेकर बहेगी.....बेहतर है वो नौबत न आये..... उकसाओ मत.... दिलों में खंजर चुभोना बंद करो...... इतिहास गवाह है दुनियाँ में जब भी इतिहास के प्रतिशोध लिए गए हैं...... भयावह लिए गए हैं...भारत के राजनैतिक दल और सनातन धर्मियों की भावनाओं को पलीता लगाने पर आतुर वामपंथी समाजवादी नेताओं को ये बात जितनी जल्द समझ आजाये बेहतर है....क्यों के अब और नहीं सहेगा हिन्दू..... बहुत ज्यादा दिन नहीं......ज्ञानवापी हमारी अंतिम डिमांड नही , यह हमारी लेटेस्ट डिमांड है 🚩अभी तो मथुरा भी लेंगे और भोजशाला भी लेंगे। तेजोमहालय , विष्णुस्तम्भ और भाग्यलक्ष्मी मन्दिर (चारमीनार) भी लेगे तथा इसीप्रकार अपने तीस हजार मन्दिर भी लेकर रहेंगे !

ज्ञानवापी में मिला दूसरा शिवलिंग 
क्या अब वो इसे भी फव्वारा कहेंगे ?
हंगामा_है_क्यों_बरपा......

By वनिता कासनियां पंजाब::

राम मंदिर निर्माण जब कोर्ट में अटका था.... साहब हर तीसरे दिन एक बकचोई होती थी "मंदिर वहीं बनाएंगे तारीख़ नहीं बताएँगे"
लो भाई तारीख़ भी बताई..... निर्माण भी ठप्पे से हो रहा है.... जल्द भव्य और दिव्य राम मंदिर भी तैयार हो जायेगा....

जब ये हुआ बकैती की शब्दावली बदल गयी "क्या मंदिर बनने से रोजगार मिलेगा..... बच्चों की नौकरी का क्या.... पेट्रोल का क्या ब्ला ब्ला.....
क्या मंदिर न बने तो पेट्रोल के फवारे फुट पड़ेंगे...?
रोजगार...... अकेला राम मंदिर खुद में हज़ारों रोजगार जनरेट करेगा...
ठीक उतने ही जितने आगरा में ताज़ या दिल्ली में लालकोट के गिनाये जाते रहे हैं.....

कुल जमा ये बेतुके कुतर्क भर होते हैं खुद की कुंठा को जाहिर करते है सेक्युलर और पूरी दीनी जमात ने देश की इससे ज्यादा बेवजह फिक्र कभी न की..... डेढ़ दर्जन औलाद जनने वाले भी मंहगाई बेरोजगारी पर ज्ञान चो& रहे हैं....

अभी दर्द की नई लहर उठी है..... ज्ञानवापी की असलियत बाहर आने से... फिर मखमली झूंठ का बाजार सज़ रहा है..... अब पहले जैसा दंगा तो कम से कम UP में कर नहीं सकते पता है खाल में भुस भर दिया जायेगा..... तो बकचोई ही सही...

मेरा उत्तर बड़ा सीधा है खैर मनाइये के बेहद छोटा हिस्सा सनातन धार्मियों का इस सब को लेकर जाग्रत है और महज इतिहास की गलतियों इतिहास के दागों को ख़त्म भर करना चाहता है.....
कल्पना करिये के वर्ग थोड़ा और बड़ा हुआ और इसने प्रतिरोध की जगह कहीं प्रतिशोध के लिए कमर कस ली.....
इतिहास भरा पड़ा है हमारे ऊपर हुए जुल्मों से..... #तैमूरों_की_कत्लोगारत से लेकर मोपला और नोआखाली तक...... अगर कहीं आग भड़क उठी
प्रयागराज में गंगा में तीन की जगह चार धाराओं का संगम होगा और गंगासागर तक सालों गंगा लाल रंग लेकर बहेगी.....

बेहतर है वो नौबत न आये..... उकसाओ मत.... दिलों में खंजर चुभोना बंद करो...... इतिहास गवाह है दुनियाँ में जब भी इतिहास के प्रतिशोध लिए गए हैं...... भयावह लिए गए हैं...
भारत के राजनैतिक दल और सनातन धर्मियों की भावनाओं को पलीता लगाने पर आतुर वामपंथी समाजवादी नेताओं को ये बात जितनी जल्द समझ आजाये बेहतर है....

क्यों के अब और नहीं सहेगा हिन्दू..... बहुत ज्यादा दिन नहीं......

ज्ञानवापी हमारी अंतिम डिमांड नही , यह हमारी लेटेस्ट डिमांड है 🚩

अभी तो मथुरा भी लेंगे और भोजशाला भी लेंगे। तेजोमहालय , विष्णुस्तम्भ और भाग्यलक्ष्मी मन्दिर (चारमीनार) भी लेगे तथा इसीप्रकार अपने तीस हजार मन्दिर भी लेकर रहेंगे !

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baluwana news punjab update,*,Shri Guru Granth Sahib has been ruined in the marriage of Punjab Chief Minister Bhagwant Mann. Sri Guru Granth outside his official residence at the time of marriage ceremony

बलुवाना न्यूज पंजाब अपडेट,*  ********************* *पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की शादी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेदअबी हुई है। शादी समारोह के समय उनके सरकारी निवास के बाहर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की गाड़ी को रोका जाता है और उसकी चेकिंग की जाती है। इससे गुरुओं की मान-मर्यादा को ठेस पहुंची है। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इसकी लिखित शिकायत श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से भी की है। उन्होंने सीएम भगवंत मान और अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।*

#बेटी - बेची जा रही हैएक फटे #दुपट्टे में, वो सिमटती जा रही है।फैशन नहीं है साहेब, बेबसी छुपा रही है।मालूम है उसे,क्या है उसके #इज़्ज़त की कीमत,पैसों की झंकार की ख़ातिर, बेची जा रही है।#बाल_वनिता_महिला_आश्रम_संस्था संगरिया की #अध्यक्ष #वनिता #कासनियां #पंजाबसिसकियाँ लबों पर, खौफ़ है उसकी #आँखों में,न जाने किस वहशत के आगे,उतारी जा रही है।तलाश रही है निगाहें, एक #उम्मीद की तरफ,ये कैसी मौत है, ज़िंदा लाश सजाई जा रही है।मुक़द्दर की लकीरों ने, खींची है ग़रीबी जब से,हर #दौलतवालों की, रखैल बताई जा रही है।तमाशा बन जायेगा एक दिन, ज़रा मरने तो दो,हर दिन अख़बार में, यही सुर्खियाँ आ रही है।ऐ शीशे के #महलवालों, परदे ज़रा ढ़क लिया करो,आईने में, एक #तस्वीर तुम्हारी भी नज़र आ रही है।#बाल_वनिता_महिला_आश्रम #संगरिया की #टीम#बे_सहारा #दिलों की #धड़कन #गरीबों के #मसीहा #किसानों के #किसान 72 #कोम को #साथ में लेकर चलने वाले #सच्चे और #ईमानदार हर #इंसान की #हेल्प करने वाले #बाल #वनिता #महिला #आश्रम की #संस्था#Vnita🙏🙏🎉#विधायक #मोदीराज #बीजेपी #कांग्रेस #गुरदीप #सिंह #सहयोग#गुरदीप #किसान#कांग्रेस #वनिता

#बेटी - बेची जा रही है एक फटे #दुपट्टे में, वो सिमटती जा रही है। फैशन नहीं है साहेब, बेबसी छुपा रही है। मालूम है उसे,क्या है उसके #इज़्ज़त की कीमत, पैसों की झंकार की ख़ातिर, बेची जा रही है। #बाल_वनिता_महिला_आश्रम_संस्था संगरिया की #अध्यक्ष #वनिता #कासनियां #पंजाब सिसकियाँ लबों पर, खौफ़ है उसकी #आँखों में, न जाने किस वहशत के आगे,उतारी जा रही है। तलाश रही है निगाहें, एक #उम्मीद की तरफ, ये कैसी मौत है, ज़िंदा लाश सजाई जा रही है। मुक़द्दर की लकीरों ने, खींची है ग़रीबी जब से, हर #दौलतवालों की, रखैल बताई जा रही है। तमाशा बन जायेगा एक दिन, ज़रा मरने तो दो, हर दिन अख़बार में, यही सुर्खियाँ आ रही है। ऐ शीशे के #महलवालों, परदे ज़रा ढ़क लिया करो, आईने में, एक #तस्वीर तुम्हारी भी नज़र आ रही है। #बाल_वनिता_महिला_आश्रम  #संगरिया  की #टीम #बे_सहारा #दिलों की #धड़कन #गरीबों के #मसीहा #किसानों के #किसान 72 #कोम को #साथ में लेकर चलने वाले #सच्चे और #ईमानदार हर #इंसान की #हेल्प करने वाले #बाल #वनिता #महिला #आश्रम की #संस्था #Vnita🙏🙏🎉 #विधायक  #मोदीराज  #बीजेपी  #कांग्रेस  #गुरदीप #सिंह  #सहयोग #गुरदीप  #किसान #का

भारत के प्रधानमंत्री और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब// 🌹🌹🙏🙏🌹🌹🇮🇳✍️बाल वनिता महिला आश्रम,

नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब//          🌹🌹🙏🙏🌹🌹🇮🇳✍️ किसी अन्य भाषा में पढ़ें ध्यान रखें संपादित करें नरेन्द्र दामोदरदास मोदी [a]  ( उच्चारण   सहायता · सूचना ,  गुजराती :  નરેંદ્ર દામોદરદાસ મોદી ;  जन्म : 17 सितम्बर 1950) 26 मई 2014 से अब तक लगातार दूसरी बार वे  भारत  के  प्रधानमन्त्री  बने हैं तथा  वाराणसी  से लोकसभा सांसद भी चुने गये हैं। [2] [3]  वे भारत के प्रधानमन्त्री पद पर आसीन होने वाले स्वतंत्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। इससे पहले वे 7 अक्तूबर 2001 से 22 मई 2014 तक  गुजरात  के  मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मोदी  भारतीय जनता पार्टी  (भाजपा) एवं  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  (आरएसएस) के सदस्य हैं। [4] नरेन्द्र मोदी भारत के 15वें प्रधानमन्त्री पदस्थ कार्यालय ग्रहण  26 मई 2014 राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राम नाथ कोविन्द पूर्वा धिकारी मनमोहन सिंह सांसद, लोकसभा पदस्थ कार्यालय ग्रहण  16 मई 2014 पूर्वा धिकारी मुरली मनोहर जोशी चुनाव-क्षेत्र वाराणसी गुजरात के १४वें मुख्यमन्त्री पद बहाल 7 अक्टूबर 2001 – 22 मई 2014 रा