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Fit DumbbellDisease Fitness Girl's Fitness Men's Fitnessजाने बिकासूल आपके स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार लाभदायक है (becosules in hindi )May 30, 2019 0बिकासूल कैप्सूल में विटामिन B कॉम्पलेक्स, विटामिन B12,B2,B6,B3 फोलिक एसिड और विटामिन C का अच्छा स्रोत होता है। शरीर मे कार्बोहाइड्रेट और अमीनो एसिड को पचाने के लिए विटामिन B कॉम्पलेक्स बेहद आवश्यक है।fitdumbbell हेल्थ कम्युनिटी से जुड़ने और हेल्थ रिलेटेड अपने सवाल पूछने के लिए यहां क्लिक करें।fitdumbbell group इसके साथ ही विटामिन C हमारे शरीर मे कोलेजन और सेल्स की मरम्मत करने में मददगार होता है। इसका इस्तेमाल आप फूड सप्लीमेंट के रूप में भी कर सकते है। आइए जानते हैं बीकासूल कैप्सूल का सेवन हमारी सेहत के लिए किस प्रकार लाभदायक है।बीकासूल के फायदे (Becosules ke fayde)fitdumbbell.comमुख्य रूप से बिकासूल का सेवन एनीमिया की समस्या को कम करने का कार्य करता है। लेकिन इसके साथ बीकासूल के सेवन से आपको अनेकों फायदे हैं, तो आइए जानते हैं बीकासूल किन-किन परिस्थितियों में फायदा करता है।बीकासूल का सेवन की कोलेस्ट्रॉल समस्या को कम करता हैगलत खान-पान के कारण शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना स्वाभाविक है।ऐसे में बीकासूल का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल की समस्या से निजात पाया जा सकता है।बिकासूल का सेवन गर्भावस्था के दौरान फायदेमंद होता है गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर को अत्यधिक पोषण की आवश्यकता होती है। ऐसे में बिकासूल महिलाओं के गर्भावस्था के दौरान पोषण की आवश्यकता की कमी को दूर करता है।बिकासूल मुंहासे की समस्या को दूर करता हैकई लोगों में मुंहासे की समस्या होती है जो कई कारणों से हो सकती है। ऐसे में बिकासूल का सेवन मुंहासे की समस्या को दूर करता है।बिकासूल बालों के झड़ने की समस्या को दूर करता हैआज के समय में लोगों के कम उम्र में ही बालों के झड़ने तथा सफेद होने की समस्या बनी रहती है। ऐसे में बिकासूल का सेवन इन समस्याओं से निजात दिलाता है।बीकासूल कैल्शियम की कमी को दूर करता है महिलाओं अथवा पुरुष दोनों में कैल्शियम की कमी पाई जाती है। ऐसे में बीकासूल का सेवन कैल्शियम की कमी को दूर करने में मदद करता है।बिकासूल मुंह से संबंधित समस्याओं को दूर करता हैबिकासूल का उपयोग मुंह के अल्सर और जीभ से जुडी हुई समस्या को भी कम करता है।बिकासूल प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) को ठीक करता हैशरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक करने के लिए यदि बीकासूल का सेवन किया जाए तो यह बेहद फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें विटामिन B कॉम्पलेक्स और विटामिन C पाया जाता है। जो हमारे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। जो हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक करने में मदद करता है।इसे भी पढ़े-जाने सबसे अच्छे मल्टी विटामिन becadexamin के बारे में बिकासूल मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होता हैज्यादा दौड़ भाग करने से मांसपेशियों में दर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है ऐसे में बीकासूल का सेवन मांसपेशियों के दर्द में फायदा करता है।बीकासूल का सेवन कैसे करेंबिकासूल fitdumbbell.comइसका सेवन आप टेबलेट के रूप में कर सकते हैं।बीकासूल का शरीर में सही से अवशोषण करने के लिए इसे भोजन के बाद पानी से लेना फायदा करता है।बिकासूल का सेवन चबा कर या कुचल कर नही करना चाहिए अर्थात इसे पानी के साथ निगलना चाहिए। क्योंकि इसका स्वाद बेहद करवा होता है।बीकासूल या फिर किसी भी दवा के सेवन करने से पहले दवा के पैकेट को अवश्य देखना चाहिए कहीं दवाई एक्सपायरी तो नही है।बिकासूल का सेवन अधिक मात्रा में करने से क्या हो सकता है? (becosules ka sevan adhik matra me karne se kya ho sakta hai?)बीकासूल का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। आपको डॉक्टर द्वारा तय की गई खुराक के अनुसार ही बीकासूल का सेवन करना चाहिए अन्यथा इससे साइड इफेक्ट्स की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। अगर कोई समस्या हो तो आप शीघ्र ही डॉक्टर से संपर्क करें। बीकासूल किन्हें नहीं लेना चाहिए? (Becosules jinhe nahi lena chahiya?)लिवर से संबंधित रोगियों को बीकासूल के सेवन से बचना चाहिए।यदि बिकासूल से एलर्जी हो तो बिकासूल का सेवन ना करें अन्यथा इससे आपको गंभीर समस्या हो सकती है ।गुर्दे से सम्बंधित किसी भी समस्या में बिकासूल का सेवन नही करना चाहिए।बिकासूल के सेवन करते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?( Becosules ke sevan karte samay kya savdhani bartani chahiye?)यदि आप बीकासूल का सेवन कर रहे हैं तो दवा खाने के बीच में एक सामान्य अंतराल बनाने की आवश्यकता है।गर्भवती महिलाएं बीकासूल का सेवन करने से बचें क्योंकि गर्भवती महिलाओं के लिए बीकासूल का सेवन हानिकारक माना जाता है।स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी बीकासूल के सेवन से बचना चाहिए।इसे भी पढ़े-जाने पेरासिटामोल के क्या- क्या नुकसान हो सकते है?बिकासूल के नुकसान क्या है?(Becosules ke nuksan kya hai?) बिकासूल के सेवन से आपको कई प्रकार के नुकसान हो सकता हैं लेकिन ये नुकसान आपको हमेशा महसूस नही होंगे।यदि बिकासूल के रोजाना सेवन सेआपको इस प्रकार की दिक्कते निरंतर बनी रहती है। जैसे – मिचली,उल्टी,पेशाब का रंग पीला होना , सिर दर्द, कब्ज , पेट का फूलना इत्यदि यह सभी समस्या हो तो आप जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।बीकासूल से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तरप्रश्न- बिकासूल क्या काम करता है?उत्तर- बिकासूल विटामिन B का एक संयोजन है इसमें थायमिन राइबोफ्लेविन नियासिन विटामिन B6 विटामिन B12 फोलिक एसिड और पोटेशियम एसिड शामिल होते हैं यह सभी विटामिंस गर्भ में पल रहे बच्चे बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है जो लोग असंतुलित आहार और अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं उनके लिए भी बिकासूल का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।प्रश्न- बिकासूल के फायदे क्या है?उत्तर- बिकासूल एक प्रकार का मल्टीविटामिन टेबलेट है और यह मुहांसे, बालों के झड़ने, मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या को ठीक करता है इसके अलावा बिकासूल विटामिन B की कमी से होने वाले रोगों के लिए भी फायदेमंद होता है।प्रश्न- क्या बिकासूल त्वचा के लिए अच्छा होता है?उत्तर- बिकासूल में विटामिनB मौजूद होते साथ ही इसमे एन्टी एजिंग गुण भी पाये जाते है जिनकी वजह से यह हमारी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होता है इसमें एंटी ऑक्सीडेंट के भी गुण मौजूद होते हैं जो त्वचा की चमक को बरकरार रखने में मदद करता है बिकासूल का इस्तेमाल शरीर से विषाक्त पदार्थ को निकालने का भी कार्य करता है।प्रश्न- क्या बिकासूल के सेवन से साइड इफेक्ट हो सकता है? उत्तर- बिकासूल का अधिक सेवन से आपको कब्ज दस्त या पेट से संबंधित समस्याएं हो सकते हैं आमतौर पर यह समस्याएं अस्थाई होती हैं जो कुछ समय बाद पुनः ठीक हो जाती है यदि इसका प्रभाव लगातार बना रहता है तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करने की आवश्यकता है यदि आपके डॉक्टर ने बीकासूल को लेने की सलाह दी है तो हो सकता है कि इससे आपको साइड इफेक्ट हो सकते हैं लेकिन ध्यान रहे कि इस दवा का सेवन से आपको गंभीर दुष्प्रभाव नहीं हो सकता है।प्रश्न- क्या गर्भावस्था के दौरान बिकासूल ले सकते है?उत्तर- जब आप गर्भवती होती हो तो उस दौरान आपके शरीर को एक संपूर्ण व संतुलित आहार लेने की आवश्यकता होती है बिकासूल को B कांपलेक्स के रूप में जाना जाता है एक स्त्री रोग विभाग के विशेषज्ञ के अनुसार जब आपका बच्चा गर्भ में बढ़ रहा होता है तो बिकासूल का सेवन आपके शरीर को मजबूती प्रदान करने के साथ भोजन को ऊर्जा में बदलने का भी कार्य करता है जिससे आपको गर्भावस्था के दौरान आपके बच्चे को आवश्यक पोषण और ऊर्जा मिल सके यदि गर्भावस्था के पहले और तीसरे महीने के दौरान अधिक कमजोरी महसूस कर रहे तो आप बिकासूल का सहारा ले सकते हैं।प्रश्न- क्या बीकासूल का सेवन स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?उत्तर- स्तनपान कराने वाली माताओं को बीकासूल के मामलों में थोड़ी सतर्कता बरतनी चाहिए साथ ही उन्हें बीकासूल के सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। इसके लिए आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेने की आवश्यकता है।प्रश्न- क्या बीकासूल का सेवन खाली पेट कर सकते है?उत्तर- नहीं बिकासूल का सेवन आपको खाली पेट नहीं करना चाहिए। इसके बाद भी अगर आप खाली पेट इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर लें।प्रश्न- बीकासूल का सेवन बालों के झड़ने में कर सकते हैं?उत्तर- जी हां आप बीकासूल का सेवन बालों के झड़ने में इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन इसके लिए डॉक्टर के परामर्श की आवश्यकता है।बीकासूल का सेवन विटामिन B की कमी को पूरा करता है?उत्तर- जी हां विटामिन बी की कमी में बीकासूल का सेवन कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको डॉक्टर की सलाह लेने की आवश्यकता है।प्रश्न- क्या बीकासूल कैप्सूल फूड सप्लीमेंट के रूप में ले सकते हैं? उत्तर- जी हां आप बीकासूल कैप्सूल का सेवन फूड सप्लीमेंट के रूप में कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको डॉक्टर के परामर्श की आवश्यकता हैहमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बीकासूल के बारे में जानकारी दी और इसके फायदे के बारे में विस्तार से बताया साथ ही हमने आपको यह भी जानकारी दी कि आप बीकासूल का सेवन कैसे कर सकते हैं और साथ ही बीकासूल का सेवन किन्हें करना चाहिए।हमने आपको बताया कि बीकासूल के अधिक सेवन से आपको कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं और हमने आपको बताया कि बिकासूल का सेवन करते वक्त कौन कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए।आपको बीकासूल से होने वाले साइड इफेक्ट्स के बारे में भी जानकारी दी है और यह भी बताया है। आपको किस प्रकार की समस्या का हमेशा होने पर आप तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क कर सकते है।हमें उम्मीद है हमारे द्वारा बीकासूल पर लिखा हुआ लेख आप सभी को पसंद आया होगा इसके बाद भी बीकासूल से संबंधित आपके मन में कोई प्रश्न उठ रहा हो तो आप अवश्य ही हमें कमेंट करके बताएं।fitdumbbell हेल्थ कम्युनिटी से जुड़ने और हेल्थ रिलेटेड अपने सवाल पूछने के लिए यहां क्लिक करें।fitdumbbell groupधन्यवाद।6914 Anmol VermaLeave a ReplyNameEmailWebsiteCommentFit DumbbellBack to top

*हिन्दु की संतानें पूरा पढ़े*
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*सन 711ई. की बात है। अरब के पहले मुस्लिम आक्रमणकारी मुहम्मद बिन कासिम के आतंकवादियों ने मुल् तान विजय के बाद एक विशेष सम्प्रदाय हिन्दू के ऊपर गांवो शहरों में भीषण रक्तपात मचाया था। हजारों स्त्रियों की छातियाँ नोच डाली गयीं, इस कारण अपनी लाज बचाने के लिए हजारों सनातनी किशोरियां अपनी शील की रक्षा के लिए कुंए तालाब में डूब मरीं।लगभग सभी युवाओं को या तो मार डाला गया या गुलाम बना लिया गया। भारतीय सैनिकों ने ऎसी बर्बरता पहली बार देखी थी।*

एक बालक तक्षक के पिता कासिम की सेना के साथ हुए युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो चुके थे। लुटेरी अरब सेना जब तक्षक के गांव में पहुची तो हाहाकार मच गया। स्त्रियों को घरों से खींच खींच कर उनकी देह लूटी जाने लगी।भय से आक्रांत तक्षक के घर में भी सब चिल्ला उठे। तक्षक और उसकी दो बहनें भय से कांप उठी थीं। 
तक्षक की माँ पूरी परिस्थिति समझ चुकी थी, उसने कुछ देर तक अपने बच्चों को देखा और जैसे एक निर्णय पर पहुच गयी। माँ ने अपने तीनों बच्चों को खींच कर छाती में चिपका लिया और रो पड़ी। फिर देखते देखते उस क्षत्राणी ने म्यान से तलवार खीचा और अपनी दोनों बेटियों का सर काट डाला।उसके बाद अरबों द्वारा उनकी काटी जा रही गाय की तरफ और बेटे की ओर अंतिम दृष्टि डाली, और तलवार को अपनी छाती में उतार लिया। 
आठ वर्ष का बालक तक्षक एकाएक समय को पढ़ना सीख गया था, उसने भूमि पर पड़ी मृत माँ के आँचल से अंतिम बार अपनी आँखे पोंछी, और घर के पिछले द्वार से निकल कर खेतों से होकर जंगल में भाग गया।
                                25 वर्ष बीत गए। अब वह बालक बत्तीस वर्ष का पुरुष हो कर कन्नौज के प्रतापी शासक नागभट्ट द्वितीय का मुख्य अंगरक्षक था। वर्षों से किसी ने उसके चेहरे पर भावना का कोई चिन्ह नही देखा था। वह न कभी खुश होता था न कभी दुखी। उसकी आँखे सदैव प्रतिशोध की वजह से अंगारे की तरह लाल रहती थीं। उसके पराक्रम के किस्से पूरी सेना में सुने सुनाये जाते थे। अपनी तलवार के एक वार से हाथी को मार डालने वाला तक्षक सैनिकों के लिए आदर्श था। कन्नौज नरेश नागभट्ट अपने अतुल्य पराक्रम से अरबों के सफल प्रतिरोध के लिए ख्यात थे। सिंध पर शासन कर रहे अरब कई बार कन्नौज पर आक्रमण कर चुके थे,पर हर बार योद्धा राजपूत उन्हें खदेड़ देते। युद्ध के सनातन नियमों का पालन करते नागभट्ट कभी उनका पीछा नहीं करते, जिसके कारण मुस्लिम शासक आदत से मजबूर बार बार मजबूत हो कर पुनः आक्रमण करते थे। ऐसा पंद्रह वर्षों से हो रहा था।

इस बार फिर से सभा बैठी थी, अरब के खलीफा से सहयोग ले कर सिंध की विशाल सेना कन्नौज पर आक्रमण के लिए प्रस्थान कर चुकी है और संभवत: दो से तीन दिन के अंदर यह सेना कन्नौज की सीमा पर होगी। इसी सम्बंध में रणनीति बनाने के लिए महाराज नागभट्ट ने यह सभा बैठाई थी। सारे सेनाध्यक्ष अपनी अपनी राय दे रहे थे...तभी अंगरक्षक तक्षक उठ खड़ा हुआ और बोला---
*महाराज, हमे इस बार दुश्मन को उसी की शैली में उत्तर देना होगा।*

महाराज ने ध्यान से देखा अपने इस अंगरक्षक की ओर, बोले- "अपनी बात खुल कर कहो तक्षक, हम कुछ समझ नही पा रहे।"

*"महाराज, अरब सैनिक महाबर्बर हैं, उनके साथ सनातन नियमों के अनुरूप युद्ध कर के हम अपनी प्रजा के साथ घात ही करेंगे। उनको उन्ही की शैली में हराना होगा।"*

महाराज के माथे पर लकीरें उभर आयीं, बोले- 
"किन्तु हम धर्म और मर्यादा नही छोड़ सकते सैनिक। "

तक्षक ने कहा- 
*"मर्यादा का निर्वाह उसके साथ किया जाता है जो मर्यादा का अर्थ समझते हों। ये बर्बर धर्मोन्मत्त राक्षस हैं महाराज। इनके लिए हत्या और बलात्कार ही धर्म है।"*

"पर यह हमारा धर्म नही हैं बीर" 

"राजा का केवल एक ही धर्म होता है महाराज, और वह है प्रजा की रक्षा। देवल और मुल्तान का युद्ध याद करें महाराज, जब कासिम की सेना ने दाहिर को पराजित करने के पश्चात प्रजा पर कितना अत्याचार किया था। ईश्वर न करे, यदि हम पराजित हुए तो बर्बर अत्याचारी अरब हमारी स्त्रियों, बच्चों और निरीह प्रजा के साथ कैसा व्यवहार करेंगे, यह आप भली भाँति जानते हैं।"

महाराज ने एक बार पूरी सभा की ओर निहारा, सबका मौन तक्षक के तर्कों से सहमत दिख रहा था। महाराज अपने मुख्य सेनापतियों मंत्रियों और तक्षक के साथ गुप्त सभाकक्ष की ओर बढ़ गए। 

अगले दिवस की संध्या तक कन्नौज की पश्चिम सीमा पर दोनों सेनाओं का पड़ाव हो चूका था, और आशा थी कि अगला प्रभात एक भीषण युद्ध का साक्षी होगा। 

आधी रात्रि बीत चुकी थी। अरब सेना अपने शिविर में निश्चिन्त सो रही थी। अचानक तक्षक के संचालन में कन्नौज की एक चौथाई सेना अरब शिविर पर टूट पड़ी। अरबों को किसी हिन्दू शासक से रात्रि युद्ध की आशा न थी। वे उठते,सावधान होते और हथियार सँभालते इसके पुर्व ही आधे अरब गाजर मूली की तरह काट डाले गए। 

इस भयावह निशा में तक्षक का शौर्य अपनी पराकाष्ठा पर था।वह घोडा दौड़ाते जिधर निकल पड़ता उधर की भूमि शवों से पट जाती थी। आज माँ और बहनों की आत्मा को ठंडक देने का समय था.... 

उषा की प्रथम किरण से पुर्व अरबों की दो तिहाई सेना मारी जा चुकी थी। सुबह होते ही बची सेना पीछे भागी, किन्तु आश्चर्य! महाराज नागभट्ट अपनी शेष सेना के साथ उधर तैयार खड़े थे। दोपहर होते होते समूची अरब सेना काट डाली गयी। अपनी बर्बरता के बल पर विश्वविजय का स्वप्न देखने वाले आतंकियों को पहली बार किसी ने ऐसा उत्तर दिया था। 

विजय के बाद महाराज ने अपने सभी सेनानायकों की ओर देखा, उनमे तक्षक का कहीं पता नही था।सैनिकों ने युद्धभूमि में तक्षक की खोज प्रारंभ की तो देखा-लगभग हजार अरब सैनिकों के शव के बीच तक्षक की मृत देह दमक रही थी। उसे शीघ्र उठा कर महाराज के पास लाया गया। कुछ क्षण तक इस अद्भुत योद्धा की ओर चुपचाप देखने के पश्चात महाराज नागभट्ट आगे बढ़े और तक्षक के चरणों में अपनी तलवार रख कर उसकी मृत देह को प्रणाम किया। युद्ध के पश्चात युद्धभूमि में पसरी नीरवता में भारत का वह महान सम्राट गरज उठा- 

"आप आर्यावर्त की वीरता के शिखर थे तक्षक.... भारत ने अबतक मातृभूमि की रक्षा में प्राण न्योछावर करना सीखा था, आप ने मातृभूमि के लिए प्राण लेना सिखा दिया। भारत युगों युगों तक आपका आभारी रहेगा।"

 *इतिहास साक्षी है, इस युद्ध के बाद अगले तीन शताब्दियों तक अरबों कीें भारत की तरफ आँख उठा कर देखने की हिम्मत नही हुई।* 
*तक्षक ने सिखाया कि मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राण दिए ही नही, लिए भी जाते है, साथ ही ये भी सिखाया कि दुष्ट सिर्फ दुष्टता की ही भाषा जानता है, इसलिए उसके दुष्टतापूर्ण कुकृत्यों का प्रत्युत्तर उसे उसकी ही भाषा में देना चाहिए अन्यथा वो आपको कमजोर ही समझता रहेगा।*
By वनिता कासनियां पंजाब::
👉वर्तमान समय में भी भयावह परिस्थिति है और *तक्षक* आपको बनना है।🙏
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*विनम्र निवेदन*
यह पोस्ट किसी👌​​​👌​​​✌​​​✌​​​👍​​​👍​​​ की मोहताज नही है। भारत के इतिहास की यह गौरवशाली कथा उच्च कोटि की ही है।
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            *वन्देमातरम्*|

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